The validity of the Raghunandan Kanan, Ayodhya Plot Scheme is from 22 September 2025 to 21 November 2025.

अयोध्या विशेष आकर्षण

अयोध्या

अयोध्या जिसे साकेत और रामनगरी भी कहा जाता है। भारत के उत्तरप्रदेश राज्य में स्थित एक एतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नगर है। यह पवित्र सरयू नदी के तट पर बसा हुआ है और अयोध्या जिले का मुख्यालय है। इतिहास में इसे ‘कौशल जनपद’ भी कहा जाता था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अयोध्या में सूर्यवंशी/रघुवंशी/अर्कवंशी राजाओं का राज हुआ करता था, जिसमें भगवान श्री राम ने अवतार लिया

श्री राम जन्मस्थान

हिन्दुओं की मान्यता है कि श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनके जन्मस्थान पर एक भव्य मन्दिर विराजमान था जिसे मुगल आक्रमणकारी बाबर ने तोड़कर वहाँ एक मस्जिद बना दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में इस स्थान को मुक्त करने एवं वहाँ एक नया मन्दिर बनाने के लिये एक लम्बा आन्दोलन चला। 6 दिसम्बर सन् 1992 को यह विवादित ढांचा गिरा दिया गया और वहाँ श्री राम का एक अस्थायी मन्दिर निर्मित कर दिया गया। वर्तमान में यहाँ भव्य राम मन्दिर का निर्माण हो रहा है जो 2024 में दर्शन हेतु खोल दिया जायेगा.।

कनक भवन

कनक भवन अयोध्या में राम जन्म भूमि, रामकोट के उत्तर-पूर्व में है। कनक भवन अयोध्या के बेहतरीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह भवन भगवान श्री राम जी से विवाह के तुरंत बाद महारानी कैकेयी जी द्वारा देवी सीता जी को उपहार में दिया गया था। यह देवी सीता और भगवान राम का निजी महल है।.

राम मंदिर

अयोध्या का श्री राम जन्मभूमि मंदिर भारत की आस्था और सांस्कृतिक विरासत का अनुपम प्रतीक है। यह मंदिर भगवान श्रीराम के जन्मस्थान पर अत्यंत भव्य और दिव्य रूप में निर्मित हो रहा है। मंदिर की वास्तुकला भारतीय शिल्पकला और परंपरा की अद्भुत झलक प्रस्तुत करती है। यह केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों के विश्वास, एकता और समर्पण का प्रतीक भी है। राम मंदिर विश्वभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था, शांति और आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र बनेगा।

गुप्तार घाट

गुप्तार घाट की अपनी अलग ही विशेषता है। यह वह घाट है, जहाँ भगवान श्रीराम ने जलसमाधि ली थी। सरयू नदी के किनारे स्थित गुप्तार घाट पर कई छोटे-छोटे मन्दिरों के साथ यहां का सुन्दर दृश्य मन को मोह लेने वाला है। मुक्ति पाने की इच्छा लेकर इस स्थान पर दर्शनार्थी आते हैं। 19वीं सदी में राजा दर्शन सिंह द्वारा गुप्तार घाट का नवनिर्माण करवाया गया था। इस घाट पर राम जानकी मंदिर, पुराने चरण पादुका मंदिर, नूर सिंह मंदिर और हनुमान मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है।

हनुमानगढ़ी

अयोध्या के मध्य में स्थित, 76 सीढ़ियाँ हनुमानगढ़ी तक जाती हैं जो उत्तर भारत में हनुमान जी के सबसे लोकप्रिय मंदिर परिसरों में से एक हैं। यह एक प्रथा है कि राम मंदिर जाने से पहले सबसे पहले भगवान हनुमान मंदिर के दर्शन करने चाहिए। जब रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम अयोध्या लौटे, तो हनुमानजी यहाँ रहने लगे। इसीलिए इसका नाम हनुमानगढ़ या हनुमान कोट रखा गया। यहीं से हनुमानजी रामकोट की रक्षा करते थे। मुख्य मंदिर में, पवनसुत माता अंजनी की गोद में बैठते हैं.।

अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट

अयोध्या महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन 30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया। 8 चेक-इन काउंटर और 3 कवयर बेल्ट से सुसज्जित यह अत्याधुनिक एयरपोर्ट यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सेवाएँ प्रदान करता है। यहाँ से देश के प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं और जल्द ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शुरू की जाएँगी। यह एयरपोर्ट अयोध्या को धार्मिक, पर्यटन और व्यापारिक दृष्टि से नई पहचान दिला रहा है।

Raghunandan Kanan अयोध्या की पावन धरती पर स्थित एक आधुनिक एवं विश्वसनीय रियल एस्टेट परियोजना है। यहाँ आपको न सिर्फ़ अपने सपनों का प्लॉट मिलता है, बल्कि एक सुरक्षित और सुनियोजित जीवनशैली का भी आश्वासन मिलता है।हमारा उद्देश्य है आपको पारदर्शिता, भरोसा और उत्कृष्टता के साथ वह स्थान उपलब्ध कराना, जहाँ आप अपने परिवार का उज्ज्वल भविष्य बना सकें। Raghunandan Kanan में हर सुविधा का ध्यान रखा गया है ताकि आपका निवेश आपके सपनों को साकार कर सके।

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